(रिपोर्टर: बाबुराम केनावत)
क्षेत्र में शुक्रवार के दिन धोरीमन्ना में स्थित पहाड़ की तलहटी में स्थित धुंधलेशवर महाराज के मंदिर पर अमावस्या के दिन रात्रि भजन संध्या का आयोजन हुआ व सुबह श्रद्धालुओं की लगी भीड़ धोरीमन्ना क्षेत्र के आसपास व दुर दराज से भी भगत गण आते हैं ओर धुंधलेशवर महाराज के मंदिर पर धोक लगाकर दर्शन फल पाते हैं मंदिर पर स्थित धुना है जहां पर हवन व पुजा पाठ होता है सैकड़ों भक्त गण आते हैं ओर पुजा पाठ कर अपनी मुराद पूरी करते हैं। डीपी न्यूज़ संवाददाता ने भी दर्शन लाभ लिया एवं मंदिर पर विराजमान तपेश्वरी संत प्रेमपुरी महाराज से आशीर्वाद लेकर मंदिर के बारे में जानकारी ली। तपेश्वरी संत प्रेमपुरी महाराज ने जानकारी देकर बताया कि यह धुंधलेशवर महाराज का धुना हजारों साल पुराना है। व यहां दर्जनों साधु संतों ने इस धुनें पर तपस्या की है एवं जानकारी के मुताबिक सिद्ध धुना है पेर्मपुरी महाराज ने बताया कि मेने संवय ने गुरु महाराज की कृपया से कठोर तप किया है 12 साल खड़ी तपस्या की है व 24 साल मौन व्रत रखा गया । तथा 18 साल उपवास किया गया है महाराज ने जानकारी देकर बताया कि यहां सड़क मार्ग का अभाव व पानी की भी स्मस्या है सरकार व जन प्रतिनिधि इस पवित्र स्थान को ध्यान में रखते हुए सड़क मार्ग व पानी की स्मस्या का समाधान किया जाए तो आने वाले श्रद्धालुओं को आने जाने की सुविधा मिल सके व पानी की व्यवस्था भी मिल सके पेर्मपुरी महाराज ने सरकार व जन प्रतिनिधि व स्थानीय प्रशासन को इस बाबत ध्यान देने हेतु बात कही ।
