जल जीवन मिशन की सफलता की कहानी,एक हजार घरों को मिला नल से जल
डीपी न्यूज मीडिया
बालोतरा। कल्याणपुर समदड़ी के मध्य सुरपुरा गांव में उम्मेद सागर धावा समदड़ी खंडप परियोजना की मुख्य पाइपलाइन से 3 इंच का एयर वॉल से सुरपुरा गांव वालों ने अवैध कनेक्शन कर रखा था।
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता बाबूलाल मीणा ने बताया कि पूर्व में भी विभाग द्वारा कई बार कनेक्शन हटाने के प्रयास किये, परन्तु गांव वालों के विरोध करने के कारण नहीं हटा पाये। अधीक्षण अभियंता द्वारा 15 मई को कार्यभार ग्रहण करने के बाद सुरपुरा गांव की तीन बार विजिट कर गांव वालों से समझाइस की। साथ ही पचपदरा विधायक अरुण चौधरी को भी विश्वास दिलाया कि अवैध कनेक्शन हटाने के बाद सुरपुरा गांव में पीने के पानी की व्यवस्था जलदाय विभाग की है और हम करेंगे।
02 जून को विभाग द्वारा अवैध कनेक्शन हटा कर 18 जून तक टैंकरों द्वारा पेयजल परिवहन कर पीने के पानी आपूर्ति की गई। साथ ही इस अवधि में मोखंडी गांव में निर्मित उच्च जलाशय से जल जीवन मिशन के तहत दो वर्ष पूर्व बिछाई हुई 150 एम एम व्यास की 11500 मीटर पाइप लाइन को उच्च जलाशय से जोडकर टेस्ट कर सुरपुरा गांव तक पानी लाया गया। सुरपुरा गांव में जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्मित पंप हाउस में पम्प सेट लगा कर सारी फिटिंग, कनेक्शन आदि का कार्य को पूर्ण करवाया गया।
जोधपुर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता सोनाराम पटेल ने एक ही दिन में विद्युत पोलों को खडे करवाकर ट्रांसफार्मर लगा विद्युत कनेक्शन जारी करवाया। ये सभी कार्य 20 जून की शाम तक पूर्ण कर लिए गए।
शुक्रवार को समदड़ी पाइपलाइन में पानी सप्लाई का वितरण दिवस होने के कारण जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता ने सुरपुरा के आस पास योजनाओं पर कार्यरत पांच कर्मचारियों को सुबह 6 बजे बुलाकर सीडब्ल्यूआर भरवाकर 10.30 बजे पर पंप चालू किया।
करीबन दो वर्षों से जल जीवन मिशन के अंतर्गत बिछाई हुई पाइपलाइन से गांव में सभी घरों के नलों में पानी शुरू किया गया। जिसे देख सभी ग्रामीणों ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए सभी विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद किया।
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता बाबूलाल मीणा ने बताया कि हम सभी विभागीय कर्मचारियों को इस बात से बहुत खुश हुए की गांव वालो ने हमारी बात पर विश्वास करते हुए अवैध जल कनेक्शन हटाने में सहयोग किया। साथ ही करीब 15 दिन तक
विश्वास बनाये रखा की विभाग गांव में पानी की व्यवस्था करेगा। उन्होंने बताया कि ये काम मुश्किल जरूर था पर टीम भावना से संभव हो पाया।
राज्य सरकार द्वारा 3.56 करोड़ की राशि जो दो वर्ष पूर्व खर्च हुई उसका सदुपयोग हुआ। करीबन एक हजार घरों तक नल द्वारा पानी उपलब्ध कराने का हमारा लक्ष्य पूर्ण हुआ।

