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रिपोर्टर: सुरेश कुमार
जीत के अल्फाज मोटिवेशन सेंटर की अनोखी पहल – धरातल पर वास्तविक प्रतिभाओं को दे रहे हैं प्रोत्साहन
मोकलसर : कहते हैं ना कि प्रतिभाएं किसी की मोहताज नहीं होती है। वे विषम परिस्थितियों में भी कुछ कर गुजरते हैं।इसी का एक बेह्तरीन उदाहरण हाल ही में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के कक्षा दशमी के आए परिणामों में देखने को मिली है l खुशी की बात ये है, कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में वास्तविक प्रतिभाएं उभरकर सामने आ रही हैं l
धरातल पर वास्तविक प्रतिभाओं को उचित प्रोत्साहन देने के लिए रविवार को “जीत के अल्फाज” मोटिवेशन सेंटर मोकलसर के संरक्षक एवं वरिष्ठ अध्यापक गणित कुमार जितेन्द्र “जीत” ने उभरते गणितज्ञ सचिन बारड का साफा, माल्यार्पण, डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुस्तक, कलम एवं भीषण गर्मी में पंछियों के एक परिंडा भेंट कर हौसलाअफजाई किया गया l
लक्ष्य जो भविष्य की राह उज्ज्वल बनाएगा – उभरते गणितज्ञ सचिन बारड का लक्ष्य भविष्य में चिकित्सक बनना हैं l चिकित्सक बनकर लोगों की सेवा करना उनकी पहली प्राथमिकता हैं l
सीख जिससे मुकाम हासिल किया – चाचा पारस मल बारड की प्रेरणा से विषम परिस्थितियों में सचिन ने निरन्तर अध्ययन और अभ्यास कर दशमी बोर्ड में 95.50 प्रतिशत से गणित विषय में शत प्रतिशत अंक प्राप्त कर बेह्तरीन परिणाम देकर गांव का नाम रोशन किया है l
सहयोग राशि से किया प्रोत्साहित – वरिष्ठ अध्यापक – कुमार जितेन्द्र “जीत”, कैलाश भोपाजी ने ग्यारह सौ – ग्यारह सौ रुपये एवं मादा राम बंजारा ने इक्यावन रुपये से प्रोत्साहन दिया गया l
हौसलाअफजाई कार्यक्रम के अवसर पर शंकर राम बारड, कैलाश भोपाजी , वार्ड पंच मादा राम बंजारा, अध्यापक माणकचंद बारड, पारस मल बारड सहित उनके परिवार के सदस्य उपस्थित रहे
