प्रवीण सिसोदिया
मोकलसर@डीपी न्यूज।विद्या भारती विद्यालय भगवान पार्श्वनाथ आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक मोकलसर के भैया- बहिनों व आचार्यों द्वारा विक्रम संवत 2081 नववर्ष पंचांग का विमोचन किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र व्यास ने बताया कि विद्या भारती विद्यालय शिक्षा दायित्व का बोध कराने के साथ-साथ संस्कृति से भी जोड़े रखने का प्रयास करता है। हमारी कालगणना विश्व की प्राचीनतम कालगणना है। सृष्टि के आरंभ से ही प्रकृति के साथ सामंजस्य रखने वाला, किसानों की खुशहाली का प्रतीक नया वर्ष हमारे गौरव का प्रतीक है।भारतीय संस्कृति पर गर्व करते हुए उन्होंने बताया कि प्रत्येक भारतीय विक्रम संवत 2081 का पंचांग घरों में लगावें और जीवन व्यवहार में इसका उपयोग करें। प्रतिवर्ष विद्या मन्दिर परिवार के द्वारा प्रत्येक अभिभावक के घर पर यह पंचांग पहुंचाने का कार्य किया जाता है। भारतीय नव वर्ष का उत्सव वास्तव में वैज्ञानिक आधार पर माना जाता है क्योंकि सृष्टि का आरंभ इसी दिन हुआ था। उन्होंने बताया कि विद्या भारती सत्र के प्रारंभ में ही आगामी संपूर्ण सत्र में होने वाली गतिविधियों का पंचांग जारी कर देती है जिससे अभिभावकों व विद्यार्थियों को वर्ष पर्यंत होने वाली समस्त गतिविधियों की पूर्व में ही जानकारी हो जाती हैं और जानकारी रहने के साथ-साथ समय नियोजन में भी सुविधाहो जाती है। कार्यक्रम में विद्यालय के आचार्य चैनाराम बामणिया,सूर्य प्रताप सिंह जी बालावत,शम्भूदान, चैनाराम जी माली, नरपत कुमार माली,कुलदीप दवे, सुश्री दुर्गा कुमारी शिल्पा कुमारी व खुशबू दवे उपस्थित रहे।
