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बालोतरा। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण व राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार प्रस्तावित आगामी 13 जुलाई को आयोजित होने वाली इस वर्ष की द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन के सम्बंध में बालोतरा न्यायक्षेत्र के न्यायिक अधिकारियों के साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) अध्यक्ष एम. आर. सुथार की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में न्यायिक अधिकारियों के साथ न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों के अधिक से अधिक संख्या में चिन्ह्ति कर निस्तारण हेतु विचार-विमर्श किया गया तथा बालोतरा न्याय क्षेत्र के सभी न्यायिक अधिकारीगण को निर्देशित किया कि पूर्व में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालतों में निस्तारित प्रकरणों से अधिक संख्या में प्रकरणों में निस्तारण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। साथ ही न्यायालयों द्वारा लोक अदालत हेतु सभी प्रकृति के राजीनामा योग्य चिन्ह्ति किये गये प्रकरणों में तथा विशेष रूप से धारा 138 एनआई एक्ट के 02 लाख तक के कुल लंबित प्रकरणों को चिन्ह्ति कर सभी में नोटिस जारी करने व बाद तामीलों की संख्या सुनिश्चित करने की बात कही। डोर स्टेप काउंसलिंग व प्री-काउंसलिंग की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की तथा बैठक में प्रकरणों के निस्तारण के सम्बंध में आने वाली कठिनाइयों एवं उनके व्यावहारिक समाधान हेतु सुझाव आमंत्रित किए एवं पूर्व में आयोजित लोक अदालतों में कुल निस्तारण प्रकरणों की संख्या से इस बार संख्या में बढोतरी करने व पूर्व से मिले अनुभवों को साझा करते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु निर्देश जारी किए गए।
बैठक में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) सचिव सिद्धार्थ दीप ने बताया कि न्यायालयों में धन वसूली के प्रकरण, लम्बित एनआई एक्ट प्रकरण व मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के अधिक से अधिक प्रकरणों को चिन्ह्ति कर निस्तारण करवाने तथा चिन्ह्ति प्रकरणों में नोटिस जारी करने व नोटिस की तामिल सुनिश्चित किये जाने एवं तामिल हेतु पृथक से पुलिस प्रशासन की ओर से नियुक्त नोडल अधिकारी से सम्र्पक कर जारी नोटिसों में तामिल त्वरित प्रभाव से हो सकें।
बैठक में दो लाख तक के एनआईएक्ट के न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों के निस्तारण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता महसूस की गई एवं अधिकाधिक प्रकरणों को राष्ट्रीय लोक अदालत हेतु चिन्ह्ति कर लोक अदालत में रखने व पक्षकारों की उपस्थिति सुनिश्चित कर अधिकतम लक्ष्य हासिल करने हेतु प्रेरित किया गया।
बैठक में बालोतरा मुख्यालय पर न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय, बालोतरा खगेन्द्र कुमार शर्मा, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश बालोतरा राजन खत्री, रामचन्द्र चौहान, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 01, बालोतरा राजीव चौधरी, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 02 बालोतरा दिपांशु आर्य, सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट, बालोतरा सोनल ललवाणी, अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट बालोतरा तमन्ना कौषिक, सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट सेड़वा उपस्थित रहे तथा मोटर दुर्घटना दावा अधिकारी, बाड़मेर विक्रम सिंह तथा बाड़मेर के अन्य न्यायिक अधिकारीगण व पचपदरा, शिव व सिणधरी मुख्यालय के न्यायिक अधिकारीगण वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।

